हसदेव वन और अडानी ग्रुप का क्या है मामला?
अडानी ग्रुप आज विश्व के बड़े उद्योगों में गिना जाता है। अडानी ग्रुप की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन देश में बढ़ती जा रही है। इतने बड़े बिजनेस ग्रुप के रूप में अडानी ग्रुप से आज हज़ारों की संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे हैं, लेकिन साथ ही कुछ लोगों के विरोध का सामना भी अडानी ग्रुप को करना पड़ रहा है। अडानी हसदेव ऐसा ही एक मामला है जिसमें छत्तीसगढ़ के आदिवासी लोग अडानी ग्रुप के निर्णय से खुश नहीं दिख रहे और लम्बे समय से यह मामला कोर्ट की जांच के दायरे में है। हसदेव अरंड वन कहाँ और क्या है? हसदेव अरंड वन छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित एक बड़े क्षेत्र में फैला हुआ घना वन क्षेत्र है जो मुख्यतः हाथियों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा यहाँ अन्य दुर्लभ वन्य प्राणी भी हैं, कई प्रकार की खदाने भी है और इस इलाके से बहने वाली नदी आसपास के रहवासियों और अन्य जीवों का भी प्रमुख जल स्त्रोत है। जैविक सम्पदा की दृष्टि से देखा जाए तो हसदेव अरंड वन छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए अत्यंत आवश्यक है क्यूंकि इससे यहाँ के वातावरण में भी काफी शुद्धता और हरियाली बनी हुई है। हसदेव वन प्राकृतिक रूप से तो छत्तीसगढ़ राज्य के लिए महत्वपूर्ण है ह